अगर आप गांव या कस्बे में रहते हैं और कोई कम खर्चे वाला लेकिन मुनाफे वाला बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो गोबर से ईंट बनाने का कारोबार आपके लिए सुनहरा मौका है। यह तकनीक न सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि बहुत कम लागत में शुरू होकर लाखों-करोड़ों की कमाई का जरिया भी बन सकती है।
क्या है गोबर से बनी ईंट?
गोबर से बनी ईंटों को ‘गो-ईंट’ या ‘eco bricks’ भी कहा जाता है। इन ईंटों को गाय या भैंस के गोबर, मिट्टी, चूना और कुछ जैविक तत्वों को मिलाकर खास मशीन से तैयार किया जाता है। ये पारंपरिक ईंटों से हल्की, मजबूत और सस्ती होती हैं और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचातीं।
गोबर से ईंट बनाने की विधि
- कच्चा माल तैयार करना:
– गाय या भैंस का सूखा गोबर
– मिट्टी (clay soil)
– चूना या फ्लाय ऐश
– पानी - मिक्सिंग प्रोसेस:
इन सभी सामग्री को एक खास अनुपात में मिलाकर मिक्सर मशीन में डालते हैं। मिक्सिंग के बाद ये एक सांचे में भर दी जाती है। - मोल्डिंग और ड्राइंग:
तैयार मिश्रण को ईंट के सांचे में डालकर सेट किया जाता है और कुछ समय तक धूप में सुखाया जाता है। आप चाहें तो मशीन से प्रेशर ईंट भी बना सकते हैं जो ज्यादा मजबूत होती है। - फिनिशिंग और पैकिंग:
सूखने के बाद इन ईंटों की फिनिशिंग की जाती है और फिर इन्हें पैक करके बाजार में बेचा जा सकता है।
बिजनेस की लागत और कमाई
– इस यूनिट को आप ₹50,000 से ₹1 लाख में छोटी स्केल पर शुरू कर सकते हैं।
– एक दिन में आप 1000 से ज्यादा ईंटें बना सकते हैं।
– एक ईंट की बाजार में कीमत ₹2 से ₹4 तक होती है।
– महीने के हिसाब से आप ₹1 लाख से ₹3 लाख तक की बिक्री कर सकते हैं, जिससे शुद्ध मुनाफा ₹60,000 से ₹2 लाख तक हो सकता है।
सरकारी सहायता और सब्सिडी
कई राज्य सरकारें और MSME विभाग ऐसे इको-फ्रेंडली बिजनेस पर सब्सिडी देती हैं। आप PMEGP या स्टार्टअप इंडिया स्कीम के तहत लोन और प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकते हैं।
फायदे:
– कम लागत में हाई प्रॉफिट
– कच्चा माल गांवों में आसानी से उपलब्ध
– पर्यावरण अनुकूल उत्पाद
– खेती और पशुपालन से जुड़े लोगों के लिए बेहतरीन साइड बिजनेस